4 August 2021

WISDOM------

   धर्म  का  अर्थ  है  ---- सत्य  और  न्याय  के  पथ  पर  चलना ,    अत्याचार , अन्याय  का  विरोध  करना  l   जो  लोग  अनैतिक  और  अमर्यादित  कार्य  कर  रहे  हैं  ,  उनका  विरोध  करना  ,  उन्हें  ऐसा  करने  से  रोकना  धर्माचरण  है  l   युगों  से  यही  देखा  गया  है   कि   धर्म  की  बात  करने  वाले  ही  धर्म  के  विरुद्ध  कार्य  करते  है   ,  अत्याचारी  और  अन्यायी  का  समर्थन  करते  हैं   l   महाभारत  में  कुलगुरु  कृपाचार्य    धर्म   की  सूक्षम्ता  को  गहराई  से  जानते  थे   l  कुलगुरु  का  कर्तव्य  होता  है  कि   कुल  में  धर्म  की  प्रतिष्ठा  हो   l   लेकिन  उन्होंने  दुर्योधन  की  अनीति  का  कभी  विरोध  नहीं  किया  ,  जब  द्रोपदी  का  चीरहरण  हुआ  तब  भी  वे  खामोश  रहे  l   प्रभावशाली  लोग  जब  अत्याचार  और  अन्याय    को  होते  देख    चुप  रहते  हैं  ,   तो  इससे  अत्याचारियों  को  और  बढ़ावा  मिलता  है  और  उसका  परिणाम  महाभारत   के  रूप  में  सामने   आता   है   l 

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