कहते हैं जब कलियुग ने राजा परीक्षित से पूछा कि , मैं कहाँ निवास करूँ ? तब उन्होंने उसके लिए जो स्थान निश्चित किए उनमे एक था --- सोने का मुकुट l अब मुकुट तो कोई पहनता नहीं है , इसलिए कलियुग ने लोगों की बुद्धि में सरलता से प्रवेश कर लिया l और बुद्धि को दुर्बुद्धि में बदल दिया , यही कारण है कि आज संसार में चारों और समस्याएं हैं , उन्ही की चर्चा है , कहीं समाधान नहीं है क्योंकि बुद्धि पर लोभ , स्वार्थ और अति महत्वाकांक्षा हावी है , जो उस समस्या का समाधान होने ही नहीं देती l अब यह जरुरी है कि सब लोग सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना करें l सद्बुद्धि होने पर संवेदना जागेगी और तब सब समस्याएं स्वत: ही हल हो जाएँगी l
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