लालच एक ऐसा दुर्गुण है जो उस व्यक्ति को ही नहीं समाज व राष्ट्र को भी पतन के गर्त में धकेल देता है l इतिहास साक्षी है कि सत्ता और धन के लालच ने ही देश को युगों तक गुलाम रखा l---- जंगल में गाय और घोडा घास चार रहे थे l घोड़े को ईर्ष्या हुई कि वह गायों के सींगों की वजह से अच्छी घास नहीं खा पाता l उसने सोचा कि किसी तरह उस पर काबू पाया जाये l तभी वहां इनसान आ निकला उसने दोनों को ललचाई नजर से देखा l घोड़ा इनसान के पास आकर बोला ---" देखते क्या हो , गाय का मीठा दूध पीकर अपनी भूख मिटाओ , पर वह तेज दौड़ सकती है l उस पर काबू पाना है तो मेरी पीठ पर बैठ जाओ , मैं उससे तेज दौड़ दौड़ सकता हूँ , उसे पकड़ने में तुम्हारी मदद करूँगा l " इनसान घोड़े की पीठ पीठ पर सवार हो गया l उसने पहले घोड़े को गुलाम बनाया फिर गाय को काबू में किया l अपने लालच के कारण घोड़ा स्वयं तो गुलाम बना ही , उसने गाय को भी गुलाम बना दिया l
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