20 December 2022

WISDOM

   दूध  ने  पानी  से  कहा --- बन्धु, किसी  मित्र  के  बिना  मेरा  ह्रदय  सूना  है  l  आओ  मैं  तुम्हे  ह्रदय  से  लगा  लेना  चाहता  हूँ   l   पानी  ने  कहा --- भाई , तुम्हारी  बात  तो  मुझे  पसंद  है  , पर  यकीन    नहीं  होता  कि   अग्नि  परीक्षा  के  समय  भी   तुम  मुझसे  अलग  न  होगे  l  दूध  ने  वचन  दिया  --ऐसा  ही  होगा   और  दोनों  में  मित्रता  हो  गई  ,  ऐसी  कि  उनके  पृथक  स्वरुप  को  पहचानना  कठिन  हो  गया  l  अग्नि  हर  रोज  परीक्षा  लेती  है   और  पानी  को  जलाती  है  ,  पर  दूध  है  कि   वह  हर  बार  मित्र  की  रक्षा  के  लिए   अपने  आप  को  जला  देता  है  l  दूध  और  पानी  जैसा  मेल  ही   मनुष्य  के  पारिवारिक  और  सामाजिक  जीवन  को  सफल   बनाता  है  l  


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