' हिरन , हाथी , पतंगा , मछली और भौंरा ये अपने -अपने स्वभाव के कारण विषयों में से केवल एक में आसक्त होने के कारण मृत्यु को प्राप्त होते हैं , तो इन पांच विषयों में जकड़ा हुआ असंयमी मनुष्य कैसे बच सकता है l असंयमी की दुर्गति निश्चित है l " -------- रावण का मरा हुआ शरीर पड़ा था l उसमे सौ स्थानों पर छिद्र थे l सभी से लहू बह रहा था l लक्ष्मण जी ने भगवान राम से पूछा --- आपने तो एक ही बाण मारा था , फिर इतने छिद्र कैसे हुए ? भगवान ने कहा --- मेरे बाण से तो केवल एक ही छिद्र हुआ l पर इसके कुकर्म घाव बनकर अपने आप फूट रहे हैं और अपना रक्त स्वयं बहा रहे हैं
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