5 February 2025

WISDOM -----

  एक  संत  नदी  में  स्नान कर  रहे  थे  ,  उन्तहोंने  देखा  कि  एक   बिच्छू    पानी  में  डूब  रहा  है  l    उन्हें   दया  आ  गई   और  उन्होंने  उसे  बचाने  के  लिए  अपनी   हथेली  में  लिया    तभी  उस    बिच्छू  ने  उन्हें   काट  लिया l  l  संत  के  हाथ  से  बिच्छू  छिटक  कर  पानी  में  जा  गिरा  l  संत  ने  उसे  बचाने  के  लिए  पुन"  हथेली  पर  लिया  ,  बिच्छू  ने  उन्हें  पुन:  काट  लिया  l  ऐसा  तीन  बार  हुआ  l  संत  उसे बचाने  की  कोशिश  करते  और  वह  बार -बार  उन्हें  काट  लेता  l  इस  घटना  से  संत  ने  अपने  शिष्यों  को  समझाया  कि   दया  और  करुणा  भी  जरुरी  है   लेकिन  हमें  होश  के  साथ  जीना  चाहिए  l  जो  दुष्ट  प्रवृत्ति  के  लोग  हैं ,  छल  , कपट , धोखा , षड्यंत्र  करते  हैं  ,  बिना  किसी  कारण  के  केवल  अहंकार  और  ईर्ष्यावश   दूसरों  को  सताते  हैं  ,  उनसे  आप  कितना  भी  प्रेम  का  व्यवहार  करोगे  ,  वे  अपनी  दुष्टता  नहीं  छोड़ेंगे  , जब  भी  मौका  मिलेगा  वे  आपका  अहित  करने  से  नहीं  चूकेंगे  l  ऐसे  लोगों  से  न  ही  मित्रता   करे  और  न  ही  बैर  रखे  l  ऐसे  दुष्ट  प्रवृत्तियों  के  व्यक्तियों  से   दूरी   बना  के  रखे   l   मनुष्य  क्योंकि  एक  बुद्धिमान  प्राणी  है   ,  वह  जब  किसी  के  साथ  धोखा  , छल , षड्यंत्र  करते  हैं   तो  इसके  मूल  में  उनका  कोई  बहुत  बड़ा स्वार्थ  और  लालच  छिपा  होता  है  l  इनसे  आप  चाहे  दूरी  बना  लो   लेकिन  अपने  स्वार्थ  और  लालचवश  वे  आपका  पीछा  नहीं  छोड़ते  l  इसलिए  ऐसे लोगों  से  बहुत  सावधान  रहने  की  जरुरत  है  l  ये  लोग  समाज में  मुखौटा  लगाकर  रहते  हैं  ताकि  इनकी  असलियत  कोई  जान  न  सके  l   इनसे  पीड़ित  किसी  व्यक्ति  को  यदि  उनकी  असलियत   का  पता  चल  जाये   तो  उसकी  खैर  नहीं  ,  अपनी  गलतियों  पर  परदा  डालने  के  लिए   वे  उस  पीड़ित  पर  ही  सारा  दोष  मढ़ने  लगते  हैं , उसे  ही  दोषी  ठहराते  हैं  l  इनसे बचने  के  लिए  जागरूकता  बहुत  जरुरी  है  l