28 February 2025

WISDOM -----

  लघु कथा ----- ' मन  का  अभ्यास '---- भिखारी  ने  हाथ  आगे   बढ़ाया  लेकिन  अश्वपति  की  जेब  में  कुछ  न  निकला  l  वे  दुःखी  होकर  घर  गए   और  एक  बरतन  उठाकर  ले  आए  और  उसे  भिखारी  को   दे  दिया  l   थोड़ी  देर  में  अश्वपति  की  पत्नी  आई   और  वह  बरतन  न  पाकर  चिल्लाई  ---अरे , अरे  चांदी  का  बरतन  भिखारी  को  दे  दिया  l  दौड़कर  उसे  वापस  ले  आओ  l   अश्वपति  ने  आगे  बढ़कर  भिखारी  को  रोककर  कहा  --- " भाई  !  मेरी  पत्नी  ने  बताया  कि  यह  गिलास  चांदी  का  है  ,  इसे  सस्ता  मत   बेच  देना  l "   एक  पड़ोसी  ने  पूछा  ---- "  अश्वपति  !  जब  तुम्हे   पता  हो  गया  था  कि   गिलास  चांदी  का  है  ,  तो  भी  उसे  क्यों  ले  जाने  दिया  ? " अश्वपति  ने  हँसकर  कहा ---- " मन  को  इस  बात  का   अभ्यस्त  बनाने  के  लिए   कि  यह  बड़ी  से  बड़ी   हानि  में  भी   दुःखी   और  निराश  न  हो  l "