दूसरों के दोष देखने की आदत का अर्थ है -अपने अंतर्जगत में कचड़ा एकत्र करना |
तालाब में कमल खिला था | तट पर गुलाब खिला सौंदर्य बिखेर रहा था | दोनों ही बड़े सुंदर लग रहे थे | गुलाब के फूल ने कुछ अकड़ के साथ कहा -"कमल जी !तुम हो भी सुंदर और हो भी इतने बढ़े ,पर सुगंध इतनी कम क्यों ?देखो मेरी सुगंध मीलों दूर तक है "कमल हंसकर बोला -"भाई गुलाब !बुरा मत मानना ,हम दोनों का एक ही उद्देश्य है आप सुगंध बिखेरें और मैं सौंदर्य | दोनों मिलकर जो कार्य कर रहे हैं ,वह एक नहीं कर सकता "| गुलाब को लगा कि वास्तव में कमल सही कह रहा है | दोनों मिलकर सुगंध और सौंदर्य बिखेरने लगे |
तालाब में कमल खिला था | तट पर गुलाब खिला सौंदर्य बिखेर रहा था | दोनों ही बड़े सुंदर लग रहे थे | गुलाब के फूल ने कुछ अकड़ के साथ कहा -"कमल जी !तुम हो भी सुंदर और हो भी इतने बढ़े ,पर सुगंध इतनी कम क्यों ?देखो मेरी सुगंध मीलों दूर तक है "कमल हंसकर बोला -"भाई गुलाब !बुरा मत मानना ,हम दोनों का एक ही उद्देश्य है आप सुगंध बिखेरें और मैं सौंदर्य | दोनों मिलकर जो कार्य कर रहे हैं ,वह एक नहीं कर सकता "| गुलाब को लगा कि वास्तव में कमल सही कह रहा है | दोनों मिलकर सुगंध और सौंदर्य बिखेरने लगे |
No comments:
Post a Comment