25 April 2013

'सोये आत्मविश्वास को जगाना ही सफलता का मूल मंत्र एवं गुप्त रहस्य है '

                     इंग्लैंड के मिस्टर कौबडैन एक बार व्याख्यान देने खड़े हुए लेकिन एक शब्द भी नहीं बोल पाये | लोग खिलखिला कर हँसने लगे और उन्हें स्टेज से नीचे उतार दिया गया | उन्होंने एक शब्द भी न बोल पाने के लिये सभापति से क्षमा मांगी और कोने में दुबके अपनी असफलता पर आँसू बहाने लगे |
                    लेकिन दूसरे ही क्षण उनने हिम्मत बांधी ,आत्मविश्वास जगाया ,स्वयं से कहा -उठ फिर प्रयत्न कर ,सफलता तो पुरुषार्थी की चरणदासी है ,आज नहीं तो कल सही ,हिम्मत न हार |
         कौबडैन फिर से पढ़ने लगे | एक -एक विषय के सैकड़ों द्रष्टान्त और आंकड़े उसने रट लिये | एकांत में अभ्यास ,मित्रों में अभ्यास ,छोटी -छोटी पार्टियों और क्लबों में अभ्यास करते -करते वह एक दिन इंग्लैंड का सर्वश्रेष्ठ वक्ता बन बैठा |  

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