ईश्वरीय विधान अनुशासन का पर्याय है | यदि अनुशासन नहीं होता तो स्रष्टि की गति अवरुद्ध हो जाती , प्रकृति अनुशासन से आबद्ध है | जो भी इस अनुशासन को तोड़ेगा, उसे क्षमा नहीं मिल सकती है | प्रकृति क्षमा नहीं करती है, ईश्वरीय विधान में क्षमा का प्रावधान नहीं है |
अनुशासन के प्रतिकूल चलना अनुशासनात्मक कार्रवाई के अंतर्गत आता है | ईश्वरीय विधान स्रष्टि की स्वसंचालित प्रक्रिया है | जो इस विधान के अनुरूप चलता है वह पुरस्कार का भागीदार होता है, परंतु इसके प्रतिकूल चलने वाला या इस विधि-व्यवस्था में दखल देने वाला दंड पाता है |
' ईश्वर को प्रिय है - अनुशासन |'
अनुशासन के प्रतिकूल चलना अनुशासनात्मक कार्रवाई के अंतर्गत आता है | ईश्वरीय विधान स्रष्टि की स्वसंचालित प्रक्रिया है | जो इस विधान के अनुरूप चलता है वह पुरस्कार का भागीदार होता है, परंतु इसके प्रतिकूल चलने वाला या इस विधि-व्यवस्था में दखल देने वाला दंड पाता है |
' ईश्वर को प्रिय है - अनुशासन |'
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