अध्यात्म का अर्थ है --- अपने आपको सही करना ----- साइंस ऑफ सोल l चमत्कार , जादूगरी व सिद्धियों का विज्ञान नहीं है l यदि मनुष्य अपने आपको सही कर ले तो सभी समस्याओं का हल स्वत: ही हो जाता है l अध्यात्म हमें प्रशिक्षण देकर जीवन जीना सिखाता है l केवल धैर्य और संयम की जरुरत है ------ गांधीजी जब तीस वर्ष के थे , उनकी आंते सूख गईं थीं l रोज एनीमा लेकर पेट साफ करते थे l उनने लिखा है कि जब वे दक्षिण अफ्रीका में थे तो सोचते थे कि यही कोई पांच वर्ष और जियेंगे l एनीमा सेट कोई उठा ले गया व जंगल में फंस गए तो बेमौत मारे जायेंगे l जिन्दगी का अब कोई ठिकाना नहीं है l लेकिन ऐसा नहीं हुआ l गांधीजी ने आहार - विहार का संयम कर अपने आपको ठीक कर लिया , सुधार लिया , तो आंते भी उसी क्रम से ठीक होती गईं l 80 वर्ष की उम्र में उनकी मृत्यु हुई l मृत्यु से पहले वे कहते थे कि अभी हम 120 साल तक जियेंगे l यदि गोली न लगी होती तो अवश्य इतने वर्ष जिए होते l
आचार्य जी का मत है कि ---- मनुष्य अपनी बीमारी के लिए स्वयं जिम्मेदार है l यदि वह अपनी जीभ को छुट्टल सांड की तरीके से न छोड़कर उस पर काबू करना सीख जाये तो कभी बीमारी नहीं होगी l
आचार्य जी का मत है कि ---- मनुष्य अपनी बीमारी के लिए स्वयं जिम्मेदार है l यदि वह अपनी जीभ को छुट्टल सांड की तरीके से न छोड़कर उस पर काबू करना सीख जाये तो कभी बीमारी नहीं होगी l
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