साधु , संत , पीर , सत्पुरुष हमेशा अंदर से प्रेम से भरे होते हैं l सबके लिए समान रूप से उनके मन में प्रेम होता है l हरेक के दुःख में वे दुःखी होते हैं l तैमूरलंग ने हजारों हत्याएं कीं , दिल्ली और अन्य कई राज्यों पर कब्ज़ा किया l जिस एक राज्य को जीता , वहां का राजा काना था l तैमूर लंगड़ा था l दोनों एक प्रसिद्ध फकीर के पास मिलने गए l दोनों ही भीतर से बहुत अशांत थे l पीर बोले ---- " खुदा भी अजीब - अजीब काम करता है l अंधे - लँगड़े को सल्तनत देता है l वह फकीरों को बादशाह नहीं बनाता l जो हीन भावनाओं वाले होते हैं , वे ही जरुरत से ज्यादा ख्वाहिशमंद होते हैं l बड़ा करामाती है खुदा l अब तुम दोनों भुगतो उसके कहर को l "
दुनिया के कट्टर और खूंखार बादशाहों में तैमूरलंग का नाम आता है l व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा , अहंकार और जवाहरात की तृष्णा से पीड़ित तैमूर ने बगदाद में एक लाख मरे हुए व्यक्तियों की खोपड़ियों का पहाड़ खड़ा कराया था l
दुनिया के कट्टर और खूंखार बादशाहों में तैमूरलंग का नाम आता है l व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा , अहंकार और जवाहरात की तृष्णा से पीड़ित तैमूर ने बगदाद में एक लाख मरे हुए व्यक्तियों की खोपड़ियों का पहाड़ खड़ा कराया था l
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