अनमोल मोती ----- समुद्र में भारी तूफान आया l नाव डगमगाने लगी l मल्लाहों में से एक लड़का मस्तूल पर चढ़ा और पाल को मजबूती से बांधकर रस्सी के सहारे नीचे उतरने लगा l लड़के की निगाह गरजते और उफनते समुद्र पर गई तो वह डर के मारे घबरा गया l कांपते हुए स्वर में चिल्लाया ---- " कोई बचाओ , नहीं तो मैं गिरकर मर ही जाऊँगा l " बूढ़े मल्लाह ने कड़ककर कहा ---- " बेवकूफ छोकरे नीचे को मत देख , आँखें आसमान पर रख और धीरज के साथ रस्सी के सहारे नीचे चला आ l " लड़के ने हिम्मत बाँधी और आसमान को देखता हुआ नीचे उतर आया l बूढ़े ने कहा ---- " जिंदगी में रोज ही आँधी -तूफान आते हैं l उनसे जो डरा , सो मरा l आशा की किरणों से भरे आकाश पर जिस की निगाह रहेगी , वही तो अपने पैरों पर खड़ा रह सकेगा l "
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