3 January 2025

WISDOM ------

   स्वामी  रामतीर्थ  अमेरिका  पहुंचे  l  कस्टम  पर  मौजूद  अधिकारी  ने  उनसे  उनके  व्यवसाय  के  बारे  में  पूछा  l  रामतीर्थ  हँसे  और  बोले  ---- "  मैं  बादशाह  हूँ  और  ये  सारी  दुनिया  मेरी  सल्तनत  है  l "  अधिकारी  चकित  हुआ  और  बोला  ---"  आपके  पास  निज  संपत्ति  के  रूप  में   सिर्फ दो  लंगोटियां  हैं  तो  आप  अपने  आपको  बादशाह  कैसे  बोल  सकते  हैं l "  रामतीर्थ  बोले  ----- " अरे  मित्र  ! मैं  बादशाह  इसलिए  नहीं  हूँ  कि  मेरे  पास  अपार  दौलत  है  या  मुझे  उसकी  चाह  है  l  मैं  बादशाह  इसलिए  हूँ  कि  न  मुझे  किसी  चीज  की   चाह    है   और  न  ही  उसकी  आवश्यकता  l  भगवान  ने  मुझे  जैसा  बनाया  है  ,  मैं  उसमे  पूरी  तरह  संतुष्ट  हूँ  l  "                इस  प्रसंग  से  यही  शिक्षा  मिलती  है  कि   हम  सर्वप्रथम  स्वयं  से  प्रेम  करना  सीखें  l  ईश्वर  ने  हमें  जो  कुछ  दिया  ,  हमें  जैसा  भी  बनाया   उसमे   संतुष्ट  रहकर   निरंतर  सत्कर्म  और  कर्तव्यपालन  करते  हुए   अपने  जीवन  को  और  सुन्दर  बनाने  का  प्रयास  करें  l  

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