इलियट का जन्म 1888 में अमेरिका में हुआ था | उन्होंने अंग्रेजी और फ्रेंच भाषा के साथ दर्शन - शास्त्र का अध्ययन किया । उन्होंने यह अनुभव किया कि कानून , दंड , भय , प्रलोभन और समाज व्यवस्था का कोई भी उपाय व्यक्ति को इतना नैतिक और सामाजिक नहीं बना सकता जितना कि अध्यात्म दर्शन । अध्यात्मवादी जीवन - दर्शन अपनाने से मनुष्य का व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन सुखी तथा समृद्ध बन सकता है । उन्होंने समाज के हितकारी जिन सत्यों को अपनी आत्मा की गहराई से समझ लिया था , उन्हें साहित्य के माध्यम से जन - मानस में निरंतर उतारते रहना , अपनी साहित्य साधना का लक्ष्य बना रखा था जिसकी पूर्ति में वे आजीवन लगे रहे ।
No comments:
Post a Comment