अधिकतर व्यक्ति ईश्वर को याद करते हैं , पूजा -पाठ , उपासना , - आदि कर्मकांड करते हैं परन्तु फिर भी गई - गुजरी स्थिति में रहते हैं l कारण है --- अन्दर के पाप कर्म और दुष्प्रवृत्तियों में लिप्त रहना l फिर यह ढोंग हुआ , इसके बदले ईश्वर की कृपा कैसे मिले ? प्रभु कृपा की एक ही शर्त है ------ पवित्रता l
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