संकल्प शक्ति के अभाव में लोग असफलता का दोष भाग्य पर मढ़ते हैं और अकर्मण्यता की चादर ओढ़ जीवन भर को सो जाते हैं l मनुष्य का कर्तव्य है कि वह अपने जीवन की प्राथमिकतायें तय करे ताकि दिशाहीन विचारों को संगठित कर संकल्प का रूप दिया जा सके एवं उच्च उद्देश्यों को पूरा किया जा सके l भगवान राम के संकल्प बल ने समुद्र को राह देने पर मजबूर किया l दुबले - पतले महात्मा गाँधी की संकल्प शक्ति अंग्रेजों की विशाल हुकूमत को नाकों चने चबवा दिए l
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