एक बार एक व्यक्ति ने संत सुकरात से पूछा ---- " मानवी जीवन में सबसे मूल्यवान वस्तु कौन सी है ? " सुकरात का उत्तर था ---- ' प्रेम l ' प्रेम संसार में अकेली ऐसी अपार्थिव चीज है , जिसे हर कोई प्राप्त करना चाहता है , चाहे वह अमीर हो या गरीब , शिक्षित हो या अशिक्षित -- सब समान रूप से इसकी अपेक्षा दूसरों से करते हैं l परम सत्ता - ईश्वर भी प्रेमरूप है l हमारे भीतर जितना प्रेम , जितनी संवेदना होगी हम उतना ही ईश्वर के सन्निकट होंगे l-----
बात उन दिनों की है जब अमेरिकी अफ्रीका से लोगों को पकड़ लाते थे और उनसे पशुओं जैसा व्यवहार करते थे l बहुत से लोगों ने यह धंधा ही अपना लिया था कि अफ्रीका निवासियों को पकड़ कर लायें और उन्हें अमेरिका में बेचें l ऐसा ही एक जहाज अफ्रीकी महिलाओं का आया l उसकी भी बोली लगी l फिलिप हिट्ले नामक एक गोरी महिला ने अपनी सारी सम्पति बेचकर बदले में वह जहाज खरीद लिया l फिलिप ने उन सभी महिलाओं को पढ़ाया l सभ्यता सिखाई , स्वावलंबी बनाया और इस काम के लिए तैयार किया कि वे दासों की दशा सुधारने और उस प्रथा का अंत कराने के लिए आन्दोलन में जुट पड़ें l यह आन्दोलन तेजी से चला और कालान्तर में सफल भी हुआ l
बात उन दिनों की है जब अमेरिकी अफ्रीका से लोगों को पकड़ लाते थे और उनसे पशुओं जैसा व्यवहार करते थे l बहुत से लोगों ने यह धंधा ही अपना लिया था कि अफ्रीका निवासियों को पकड़ कर लायें और उन्हें अमेरिका में बेचें l ऐसा ही एक जहाज अफ्रीकी महिलाओं का आया l उसकी भी बोली लगी l फिलिप हिट्ले नामक एक गोरी महिला ने अपनी सारी सम्पति बेचकर बदले में वह जहाज खरीद लिया l फिलिप ने उन सभी महिलाओं को पढ़ाया l सभ्यता सिखाई , स्वावलंबी बनाया और इस काम के लिए तैयार किया कि वे दासों की दशा सुधारने और उस प्रथा का अंत कराने के लिए आन्दोलन में जुट पड़ें l यह आन्दोलन तेजी से चला और कालान्तर में सफल भी हुआ l
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