हम सब ईश्वर की संतान हैं l ईश्वर चाहते हैं कि उनकी संतान सन्मार्ग पर चले , बुरी आदतों को छोड़ दे l लेकिन जब लोग सुधरना नहीं चाहते , बच्चे अपनी जिद पर अड़े रहते हैं तो पिता डांटकर , कुछ सजा देकर उन्हें समझाते हैं l परम पिता परमेश्वर मनुष्य को समझा रहे हैं कि नशा , सिगरेट , मांसाहार , गुटका की लत छोड़ दें l सन्मार्ग पर चलें l घर में बंद होकर पैसों के ढेर पर बैठने में जीवन का आनंद नहीं है l अब भी वक्त है , जागो ! हर तरह का भेदभाव भूलकर सच्चे इनसान बनो l प्रकृति रूठ गई तो मनाना मुश्किल हो जायेगा l
पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी का कहना है ---- पिता न्याय करते हैं , हमारी गलतियों की सजा देते हैं लेकिन माँ दुलार करती हैं , यदि हम उनकी शरण में जाएँ , श्रद्धा और भक्ति भाव से उन्हें पुकारें तो वे हमें संरक्षण देती हैं l आचार्य श्री कहते हैं कि यदि हम चलते - फिरते , उठते - बैठते , सोते - जागते गायत्री मन्त्र का मानसिक जप करेंगे तो हमारे चारों और एक सुरक्षा कवच बन जायेगा जो अकाल मृत्यु से , किसी भी मुसीबत से हमारी रक्षा करेगा l मानसिक पवित्रता जरुरी है l
आज जब सारा संसार इस वायरस से दहशत में है तो गायत्री माता का आँचल थामने से ही मन को शांति और जीवन को सुरक्षा मिलेगी l
पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी का कहना है ---- पिता न्याय करते हैं , हमारी गलतियों की सजा देते हैं लेकिन माँ दुलार करती हैं , यदि हम उनकी शरण में जाएँ , श्रद्धा और भक्ति भाव से उन्हें पुकारें तो वे हमें संरक्षण देती हैं l आचार्य श्री कहते हैं कि यदि हम चलते - फिरते , उठते - बैठते , सोते - जागते गायत्री मन्त्र का मानसिक जप करेंगे तो हमारे चारों और एक सुरक्षा कवच बन जायेगा जो अकाल मृत्यु से , किसी भी मुसीबत से हमारी रक्षा करेगा l मानसिक पवित्रता जरुरी है l
आज जब सारा संसार इस वायरस से दहशत में है तो गायत्री माता का आँचल थामने से ही मन को शांति और जीवन को सुरक्षा मिलेगी l
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