9 January 2021

WISDOM ------

   गुरुकुल  कांगड़ी  विश्वविद्यालय  की  स्थापना  प्रसिद्ध   संत  स्वामी  श्रद्धानंद   ने  की  थी  l   विश्वविद्यालय  की  स्थापना  से  पूर्व   एक  बार  वे   दिल्ली    के  एक   राय    साहब  के  घर   चंदा  मांगने  पहुंचे   l  उनका  उद्देश्य  था  कि   यदि  एकमुश्त  रकम  मिल  जाती   तो  विश्वविद्यालय   की  इमारतों   को  खड़ा  करने  में   सहयोग  मिलता  ,  पर  राय  साहब  ने   आर्थिक  सहयोग   देने  के  बजाय   उनका  अपमान  कर  के   उन्हें  घर  से  बाहर  निकलवा  दिया  l   स्वामी  श्रद्धानंद   ने  उसी   दिन  प्रण   किया  कि   वह  विश्वविद्यालय    केवल  निजी  प्रयासों  से  खड़ा  करेंगे  l   उन्होंने  हरिद्वार  वापस  लौटकर   अपना  पुश्तैनी  मकान   बेच  दिया   और  उससे  प्राप्त  सम्पति   गुरुकुल  बनाने   के  लिए  दान  कर  दी   l   गुरुकुल  की  स्थापना  होते  ही   उन्होंने  सबसे  पहले   अपने  पुत्र   को  उसमें   दाखिला  दिया  l   स्वामी जी  का  कहना  था   कि ---- " दान  लेने  का   सच्चा  अधिकारी   वही  है  ,  जिसने  पहले  सर्वस्व  दान   दिया  हो   l "  पं.  श्रीराम  शर्मा  आचार्य  जी   स्वामी  श्रद्धानंद   का  उदाहरण  देते  हुए  कहते  थे  कि ---- "  जनता  का  सहयोग    और  देवताओं  का  अनुग्रह    उन्ही   को  मिलता  है  ,  जिनकी  कथनी   और    करनी  में   भिन्नता   नहीं  होती   l 

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