23 February 2021

WISDOM -----

   पुरानी   आदत  आसानी  से  जाती  नहीं   l    यह आदत   किसी  को  गुलाम  बनाने  की ,  शोषण  करने  की  हो  या    मानसिक  पराधीनता  की  हो  l   व्यक्ति  हो  या  समाज    ,  अपनी  आदत  के  पोषण  के   रास्ते  , विभिन्न  तरीके  ढूँढ़   ही  लेता  है   l   -----  गुरु  और  शिष्य  भ्रमण  को  निकले  l   उन्हें  राह  में  एक  हाथी   मिला  ,  जो  एक  रस्सी  से  खूँटे   से  बँधा   खड़ा  था  l उत्सुकतावश  शिष्य  ने  महावत  से  पूछा ---- " बंधु  ! यह  रस्सी  तो  पतली   सी है   और  ये  विशाल  हाथी  , जब  चाहे  इसे  तोड़कर  मुक्त  हो  सकता  है  ,  फिर  यह  भागता  क्यों  नहीं  ?  महावत  बोला ---- " जब  ये  हाथी  छोटा   था ,  तब  यही  रस्सी  इसे   बाँधने  के  लिए  पर्याप्त  थी   और  अब  इसके  पूर्व  अनुभव   इसे  ये  आभास  ही  नहीं  होने  देते  कि   रस्सी  इतनी  मजबूत  नहीं   कि   इसे  रोक  सके  l  "          मनुष्य अपनी  संकल्प  शक्ति  को  जगाकर   मानसिक  पराधीनता   से  मुक्त  होकर  स्वाभिमान  की  जिंदगी  जी  सकता  है  l 

No comments:

Post a Comment