पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने लिखा है --- " बुद्धिजीवी विचारशील वर्ग पर भगवान ने समाज रूपी बगिया के माली का भार सौंपा है l यदि वह अपनी जिम्मेदारी को निभाने में प्रमाद करते हैं तो किसी न किसी समय , किसी न किसी तरह उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा l " आचार्य श्री का कहना है --- आज के युग की सभी समस्याओं का एकमात्र हल ' सद्बुद्धि ' है l समय कितना बदल गया , बीमारी , महामारी पहले भी संसार में थीं लेकिन पहले किसी ने घोषणा नहीं की थी कि ' हैजा आने वाला है ' अब ' प्लेग आने वाला है ' l ' हैजा , प्लेग या चेचक की दूसरी , तीसरी लहर आने वाली है ' l ये सब बीमारी अचानक बिना घोषणा के होती थीं और साधन - सुविधाओं की कमी के कारण इनका रूप विकराल हो जाता था l अब माना विज्ञान ने बहुत तरक्की कर ली है , यदि वैज्ञानिक , किसी महामारी की घोषणा करते हैं कि अब इसकी दूसरी या तीसरी लहर आएगी तो इसका अर्थ है कि वे सम्मानित जन इसका कारण भी जानते हैं कि उनके किन्ही प्रयोगों , कोई नई तकनीक की टेस्टिंग आदि किन्ही कारणों से धरती और आकाश में कोई ऐसा कम्पन हो रहा है जिससे वातावरण जहरीला हो गया है l कभी - कभी स्वार्थ , शक्तिशाली लोगों का दबाव या कोई मज़बूरी बड़े - बड़े समर्थ लोगों को भी गलत दिशा में चलने को विवश कर देती है और ऐसे में वे अपना ही नहीं सम्पूर्ण मानव जाति के अस्तित्व को दांव पर लगा देते हैं l हम सम्पूर्ण संसार के लिए ईश्वर से सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना करें कि महामारी के इलाज से पहले उसके कारण को समाप्त करें l
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