हम हमेशा समस्याओं पर चर्चा न कर के समाधान खोजें l विज्ञानं ने हमें जितना सुख नहीं दिया उतना दुःखी कर दिया l सम्पूर्ण मानव समुदाय को मृत्यु के मुख में धकेल दिया l तनावग्रस्त जीवन जीने और उससे उत्पन्न समस्याओं से जूझने को विवश कर दिया l समाधान के लिए सबका मुँह ताकने से बेहतर है कि जो कुछ हमारे वश में है हम वह करें l अंधकार को मिटाने के लिए एक दिया जलाएं l सर्वप्रथम हम विज्ञानं द्वारा दी गई सुविधाओं को अलविदा कहें l फ्रिज , ए.सी. को विदा करें l जब अंग्रेजी दवाइयाँ , इंजेक्शन आदि नहीं थे तब लोग प्रकृति के संरक्षण में रहते थे और बहुत स्वस्थ थे l महाराणा प्रताप का कवच , भाले आदि शस्त्र इस बात के प्रत्यक्ष प्रमाण हैं l हम प्रकृति पर और आयुर्वेद पर निर्भर रहें , इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं होते l जिन दवाइयों और इंजेक्शन के पीछे लोग भाग रहे हैं , वे शरीर को बीमारियों का घर बना देते हैं l कैसी विडंबना है मनुष्य अपने शरीर को खोखला कर के इस दवाई बनाने वालों को अरबपति बना देता है l यही दुर्बुद्धि है l
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