6 August 2021

WISDOM ------

   महाराष्ट्र  के  प्रख्यात  विद्वान्  पंडित  परचुरे  शास्त्री  को  कोढ़  की  बीमारी  हो   गई  l  परिवार  व  समाज  ने  उन्हें  उपेक्षित  कर  दिया  l   गहन  निराशा  में  उन्होंने  निश्चय  किया  कि   वे  अपना  अंतिम  समय   बापू  के  आश्रम  में  बिताएंगे   और  वे  सेवाग्राम  के  पास   एक  निर्जन  मार्ग  पर  लेट  गए   l   उन्हें  बहुत  लोगों  ने  देखा  , परन्तु  सेवा  के  लिए  कोई  आगे  नहीं  आया   l   बापू  को  जैसे  ही  यह  पता  चला   तो  वे  तुरंत  उनको   आश्रम  ले  आये   और  उनकी  महीनों  तक  सेवा  की   l  परचुरे  शास्त्री   बापू  के  सदव्यवहार   से  स्वस्थ  हो  गए  l   बापू  ने  कोरे  उपदेश  नहीं  दिए  ,  वे  जो  कहते  थे  उसको  अपने  आचरण  से   सिद्ध  करते  थे   l 

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