6 December 2021

WISDOM -----

   पं. श्रीराम  शर्मा  आचार्य जी  लिखते  हैं ----'  जीवन  में  मिलने  वाली   असफलताएं  और  अपमान  कड़ुए  घूँट   की  तरह  होते  हैं  ,  जिन्हें  हमें  पीना  पड़ता  है   l  लेकिन  अपने  कठिन  समय  और  चुनौतीपूर्ण  परिस्थितियों  में  हम   जितना  जाग्रत  व  एकाग्र  होते  हैं  ,  उतना  अन्य   सामान्य  समय  में  नहीं  होते   l   जीवन  में  अच्छा  और  बुरा  दोनों  है  l   अपमान  और  कष्ट  हमें   अच्छे  कार्यों  को  करने  के  लिए  प्रेरित  करते  हैं  और  हमें  सफलता  की  ऊंचाइयों  तक  पहुंचा  सकते  हैं   l  वहीँ  पुण्य  कर्मों  से   मिलने वाले  सुख - साधन   और  यश  हमें   लोभी  और  अहंकारी  बना  सकते  हैं  तथा  बुरे  कर्मों  की  ओर   प्रवृत  भी  कर  सकते  हैं   l   इसलिए  हमें  जीवन  के  सभी  रंगों  के  प्रति  सकारात्मक  दृष्टि  रखना  चाहिए   l  "  विपरीत  परिस्थितियों  और  कष्टों  में  सकारात्मक   दृष्टिकोण  को  स्पष्ट  करने  के  लिए   दक्षिण  अफ्रीका  के  पूर्व  राष्ट्रपति  नेल्सन  मंडेला  का  जीवन  एक  आदर्श  उदाहरण  है   l   वे  27  वर्ष  कैद  में  रहे  ,  वहां  उन्होंने  बहुत  यातनाएं  और  अपमान  सहा   लेकिन  अपने  मन  को  मजबूत  रखा  l   अपमान  का  दंश  झेलकर  भी   स्वसम्मान  बनाये  रखा  l   जेल  में  बंद  होने  के  बावजूद  वे  अडिग , ओजस्वी ,  संवरदानशील   और  दयालु   बने  रहे   l  शत्रुतापूर्ण  वातावरण  में   भी  करुणा  का  भाव  बनाये  रखा  l    उनका  जीवन  हम  सबके  लिए  प्रेरणा  स्रोत   है  l 

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