25 February 2022

WISDOM ------

     मनुष्य  धन  से  नहीं  मन  से  अमीर  होता  है   ---- एक  फकीर    को  एक  स्वर्ण  मुद्रा  मिली  ,  उसने  निश्चय   किया  कि   जो  सबसे  गरीब  होगा  ,  उसे  ही  मैं  यह  स्वर्ण  मुद्रा   दूँगा  l   एक  दिन  उसे  पता  लगा  कि   उसके  देश  का  राजा  एक  छोटे  पड़ोसी   देश  पर  आक्रमण  करने   जा  रहा  है   l   फ़क़ीर  के  मन  में  कोई  लालच  व  अहंकार  नहीं  था   इसलिए  उसे  उस  स्वर्ण  मुद्रा  की  जरुरत  भी  नहीं  थी   l   फकीर    बहुत  दूर  पैदल  चलकर  राजमहल  तक  गया   और  वह  स्वर्ण  मुद्रा   राजा  को  दे  दी  l  राजा  ने   इसका  कारण  पूछा   तो  फ़क़ीर  बोला ---- " मैंने  इस  स्वर्ण  मुद्रा  को  सबसे  गरीब   व्यक्ति  को  देने   का  निश्चय  किया  ,  इसलिए  आपको  दे  दी   l   यह  गरीबी  को  दूर  करने  में  कुछ  सहायक  होगी  l  " राजा  बोला ----- "  मेरे  पास  धन , विशाल  सेना ,  राज - वैभव  सब  है  ,  अमूल्य   हीरे = जवाहरात  भी  हैं  ,  फिर  मैं  सबसे  गरीब  कैसे  हुआ  ? " फ़क़ीर  बोला ---- " इतना  सब   होते  हुए  भी  आप  अपने  से  कमजोर  राष्ट्र  पर  आक्रमण  कर  रहे  हैं ,  निर्दोष  लोगों  को  जान - माल  से  बेघर  कर  रहे  हैं  ,  फिर  आप  से  गरीब  इस  संसार  में  और  कौन  होगा  ? "   यह  सुनकर   राजा  को  अपनी  भूल  का  एहसास   हुआ   l 

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