स्वर्ग में किसी की शोभा यात्रा निकल रही थी l किसी ने पूछा ----- ' इस पालकी में कौन बैठा है ? ' उत्तर मिला ----- ' एक शेर बैठा है l ' प्रश्नकर्ता ने पूछा ---- " उसे स्वर्ग का वैभव कैसे प्राप्त हो गया ? " उत्तर मिला ----- " एक रात को बहुत आँधी , तूफान व बरसात होने लगी थी l शेर अपनी गुफा को लौट रहा था l उसे गंध से मालूम पड़ा कि उसकी अँधेरी गुफा में एक बकरी आकर बैठ गई है l शेर ने विचार किया कि बकरी अगर मुझे देख लेगी तो भयभीत हो जाएगी , इसलिए वह बाहर ही बैठ गया l वह रात भर पानी में भीगता रहा और बकरी को कष्ट न हो , इसलिए स्वयं कष्ट उठाता रहा l बकरी के प्राण बचाने के पुण्य के फलस्वरूप ही उसको स्वर्ग मिला है l " परोपकार कभी व्यर्थ व्यर्थ नहीं जाता l
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