लघु कथाएं बहुत छोटी होती है लेकिन उनमें निहित शिक्षा हमें जीवन जीने की कला सिखाती है l ------- एक शेर ने कुछ सियारों के सहयोग से बारहसिंगा मारा l मांस के बंटवारे का निपटारा सिंह को ही करना था l उसने शिकार के टुकड़े किए और कहा --- " एक टुकड़ा राजवंश का कर l दूसरा टुकड़ा अधिक पुरुषार्थ करने से मेरा l और तीसरा स्वयंवर जैसा है , उसे पाने के लिए प्रतिद्वंदिता में जो आना चाहे , वो संघर्ष के लिए तैयार हो l सियार चुपचाप खिसक गए l सिंह ने पूरा बारहसिंगा खा डाला l " शिक्षा यही है कि धूर्त के साथ सहयोग भी हितकारी नहीं होता , जहाँ तक हो उससे बचना ही चाहिए l
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