15 October 2022

WISDOM

   छल -कपट , धोखा , षड्यंत्र  यह  सब   हर  युग  में  रहा  है  l  रावण  ने  छल  से  ही  सीता -हरण  किया ,  दुर्योधन  और  शकुनि  का  सारा  जीवन  षड्यंत्र  रचने  में  ही  बीता  l  ऐसी  नीति  अपनाकर  व्यक्ति  अपने  अहंकार  को  पोषित  करता  है  l  लेकिन  यह  सब  बहुत  लम्बे  समय  तक  नहीं  चल  पाता  l  ऐसे  लोगों  का  अंत  वही  होता  है  जैसा  रावण  और  दुर्योधन  का  हुआ  l  वे  स्वयं  तो  डूबते  ही  हैं  ,  अपना  साथ  देने  वालों  को  भी  डुबो  देते  हैं  l   एक  कथा  है -----  कबूतर  की  सुविधाएँ  देखकर  कौए  को  ईर्ष्या  होती  कि  उसका  सब  ओर  से  तिरस्कार  होता  है   और  दुत्कारा  जाता  है   और  कबूतर  को  बुलाकर  दाना -पानी  दिया  जाता  है  , सुरक्षा , सुविधाएँ  दी  जाती  हैं   l  घर  लौटते  कबूतर  के  साथ  एक  दिन  कौआ   भी  साथ  हो  लिया  l  कबूतर  बोला  --आप  कौन  हैं  ?  मेरे  पीछे  क्यों  लगे  हैं  ? '  कौआ   भोला  बनकर  बोला  ---- " न  जाने  क्यों  आपकी  सज्जनता   और  विनम्र  स्वभाव  देखकर   कुछ  आपसे  सीखने  , सत्संग  करने   और  सेवा  करने  का  मेरा  मन  करता  है  ,  इसलिए  चला  आया  हूँ  l  कृपया  अधम  की  सेवाएं  स्वीकार  करें  l "   भोला  कबूतर  कपटी  कौए  की  बातों  में  आ  गया  l  कौआ  साथ  रहने  लगा  l  कबूतर  अपने  दाना -पानी  में  से  उसे  भी  हिस्सा  दे  देता  l  कौआ  छककर  खाता  किन्तु  ताक -झांक  से  बाज  न  आता  l  कबूतर  के  मालिक  ने  दड़बे  में  कौआ  देखा  तो  उसे  आश्चर्य  हुआ  कि   यह  कैसी  विचित्र  मित्रता  है  l   एक  दिन  कबूतर  प्रात:काल  बाहर  जाने  को  हुआ  तो  कौए  से  बोला  --चलो  बाहर  सैर  करें  l  कुछ  दाना  भी  चुग  लेगें  l  कौआ  बोला  --क्षमा  करें   आज  पेट  में  बहुत  पीड़ा  है  ,  रात्रि  को  इतना  खाया  कि  भूख  भी  नहीं  लगी  है  l  मैं  आज  विश्राम  करूँगा  ,  आप  ही  घूम  आएं  l  कबूतर  चला  गया  l  कौए  ने   अच्छा  मौका  देखकर   मालिक  की  रसोई  में  प्रवेश  कर   भगोनी  में  रखी  खीर  खाना  प्रारंभ  किया  l  इतने  में  नौकर  ने  आ  कर  देख  लिया  कि  दुष्ट  कौआ   खीर  खाने  में  लगा  है   l  उसने  तुरंत  रसोई  का  दरवाजा  बंद  कर  दिया   और  पकड़कर  पंख  और  पैर  बांधकर   कोने  में  पटक  दिया   l  कौआ  अब  पछताया  कि  छल , कपट , धोखे  और  लोभ  के  कारण  ही  उसकी  यह  दुर्दशा  हुई  है  l  

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