कबाड़ी की दुकान से खरीदारी कर रहे एक सज्जन को दिशा सूचक यंत्र बहुत पसंद आ गया l उत्तर -दक्षिण दिशा दिखाने वाला यह यंत्र उसने खरीदने का निश्चय किया l पर उन्हें एक बात समझ में नहीं आ रही थी कि इस सुई के पीछे शीशा क्यों लगा है ? दिशा सूचक यंत्र देखकर कोई साज -श्रंगार थोड़े ही करना है l कुछ गुत्थी समझ में नहीं आ रही थी l दुकानदार से पूछ बैठे --- " भाई ! तुम्ही बताओ यह शीशा किस लिए है ? बच्चे पूछ बैठे तो हम क्या जवाब देंगे दुकानदार ने कहा ---- " भाई साहब ! सीधी सी बात है l आप कभी भटक गए तो इस यंत्र से दिशा देंख लें l यह जानना हो कि कौन दिशा भटक गया तो शीशा देख लेना l अपना चेहरा देखकर याद आ जायेगा l
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