11 May 2025

WISDOM -----

हमारे  ऋषियों  ने , विद्वानों ने  , कथाकारों  ने  बहुत  छोटी -छोटी  कथाएं  कहीं  हैं  l  वे  छोटी  अवश्य  हैं  लेकिन  उनके  भीतर   ऐसा  ज्ञान   और  प्रेरणा  है  जो  परिवार , समाज  और  राष्ट्र  सभी  के  लिए  उपयोगी  है  -------  दो  बिल्लियाँ  थीं  ,  प्रेम  से  रहतीं  और  मिल -बांटकर  खाती  थीं  l  एक  दिन  उन्हें  एक  रोटी  मिल  गई  ,  घी  चुपड़ी  थी , बहुत  अच्छी  उसकी  खुशबू  थी   तो  स्वाद  कितना  अच्छा  होगा  l   दोनों  बिल्लियों  की  इच्छा  थी  कि  पूरी  रोटी  वे  ही  खा  लें  l  इस  रोटी  को  लेकर  दोनों  आपस  में  लड़ने  लगीं  l  लड़ाई  बहुत  बढ़  गई  l  पेड़  पर  बैठा  बन्दर  यह  सब  देख  रहा  था  l  लालच  उसके  मन  में  भी  था  , क्यों  न  वह  झपट्टा  मारकर  इस  पूरी  रोटी  को  हड़प  ले  l  बन्दर  को  एक  युक्ति  सूझी  , वह  तराजू  लेकर  बिल्लियों  के  पास  गया   और  बोला  --- ' बिल्ली  मौसी  !   क्यों   लड़ती  हो  ?  मेरे  पास  तराजू  है  , लाओ  मैं  रोटी  को  आधा -आधा  कर  दूँ  l '  बिल्लियों  ने  बन्दर  पर  विश्वास  कर  लिया  l  बन्दर  बहुत  चालाक  था  , उसने  रोटी  को  इस  तरीके  से   आधा  किया  कि  तराजू  का  एक  पलड़ा  भार  से  नीचे  था   l  उसे  बराबर  करने  के  लिए  उसने  उसमें  से  थोड़ी  रोटी  तोड़कर   स्वयं  ही   अपने  मुँह  में  रख  ली  l  अब  तराजू  का  दूसरा  पलड़ा   भार    से   नीचे  हो  गया  ,  बन्दर  ने  उसमें  से  भी  थोड़ी  रोटी  तोड़कर  खा  ली  l  दोनों  बिल्लियाँ  बन्दर  का  मुँह  देख  रहीं  थी  कि  आखिर  किस  विधि  से  यह  रोटी  को  आधा -आधा  कर  रहा  है  l  दोनों  बिल्लियाँ  उसका  मुँह  ही  देखती  रह  गईं  और  बन्दर  पूरी  रोटी  चट  कर  पेड़  पर  चढ़  गया   और  खी -खी  कर  बिल्लियों  को  चिढ़ाने  लगा  l   तभी  एक  लोमड़ी  आ  गई  उसने  कहा ---- दो  की  लड़ाई  में  तीसरे  का  फायदा  होता  है   l  अपने  झगड़े  आपस  में  ही  निपटाओ  ,   किसी    अन्य  का  दखल  होगा  तो  ऐसा  ही  होगा  l  

No comments:

Post a Comment