सकारात्मक विचार जीवन को एक नया आधार प्रदान करने के साथ बहुआयामी विकास की राह खोलते हैं | यहजीवन को ऊर्जा से भर देते हैं । ऊर्जा से भरा हुआ जीवन अपने चरम पर विकसित होता है, जीवन आशा, उत्साह, उमंग एवं उपलब्धियों से भर जाता है ।
सकारात्मक सोच का अर्थ है--- हर परिस्थिति में अपने आप पर विश्वास बनाये रखना। जो कुछ भी श्रेष्ठ कर सकते हैं, उसे करने का प्रयास करना और अपने विकास के लिये निरंतर संघर्ष करते रहना ।
नकारात्मक सोच उस दीमक के समान है जो हमें धीरे-धीरे अंदर से खोखला कर देती है और हमारे आत्म-विश्वास को ही चाट जाती है और हमें इतना निर्बल बना देती है कि हमारे लिये साधारण से साधारण कार्य भी असंभव प्रतीत होता है । इसलिये नकारात्मक सोच से हमें बचना चाहिये । अपनी सोच को सकारात्मक बनाने का सर्वश्रेष्ठ उपाय है---सत्संग एवं स्वाध्याय
यह दो ऐसे उपाय हैं, जिनके संपर्क में आने से व्यक्ति में सकारात्मक सोच का विकास जादुई तरीके से संभव होता है ।
सकारात्मक सोच का अर्थ है--- हर परिस्थिति में अपने आप पर विश्वास बनाये रखना। जो कुछ भी श्रेष्ठ कर सकते हैं, उसे करने का प्रयास करना और अपने विकास के लिये निरंतर संघर्ष करते रहना ।
नकारात्मक सोच उस दीमक के समान है जो हमें धीरे-धीरे अंदर से खोखला कर देती है और हमारे आत्म-विश्वास को ही चाट जाती है और हमें इतना निर्बल बना देती है कि हमारे लिये साधारण से साधारण कार्य भी असंभव प्रतीत होता है । इसलिये नकारात्मक सोच से हमें बचना चाहिये । अपनी सोच को सकारात्मक बनाने का सर्वश्रेष्ठ उपाय है---सत्संग एवं स्वाध्याय
यह दो ऐसे उपाय हैं, जिनके संपर्क में आने से व्यक्ति में सकारात्मक सोच का विकास जादुई तरीके से संभव होता है ।
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