ईसामसीह अपने शिष्यों के साथ जा रहे थे | उन्होंने राह मे देखा कि एक गड़रिया अपनी भेड़ को बहुत प्यार कर रहा है । ईसामसीह ने उससे इसका कारण पूछा तो वह बोला--"प्रभु !यह भेड़ हमेशा रास्ता भटक जाती है । मेरे पास और बहुत सी भेड़ें हैं, पर वे सीधे घर आती हैं । आज इसे इसलिये प्यार दिया, ताकि यह फिर रास्ता न भटके । "
ईसामसीह प्रसन्न होकर अपने शिष्यों से बोले---" राह से भटके हुए लोगों को प्यार देकर ही राह पर लाना चाहिये । "
ईसामसीह प्रसन्न होकर अपने शिष्यों से बोले---" राह से भटके हुए लोगों को प्यार देकर ही राह पर लाना चाहिये । "
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