सुख का जो अनुभव सन्तोष को अपनाने वाला पाता है, वह अन्य किसी को भी नहीं मिलता |
संतोष सात्विक मनोभूमि पर अंकुरित होने वाला सुगंधित-सुरभित पुष्प है | कई आलसी तमोगुणी लोग अपने को संतोषी मान लेने का भ्रम पाल लेते हैं, लेकिन आलस्य अथवा अकर्मण्यता का संतोषपूर्ण जीवन में कोई स्थान नहीं है |
संतुष्ट जीवन तो संपूर्ण कर्मठता लेकिन साथ ही निष्कामता एवं अनासक्ति का पर्याय है |
जो चाहतों, लालसाओं और महत्वाकांक्षाओं का बोझ लादे हुए अहंकार की पथरीली राहों पर दौड़ रहें हैं, वे कभी भी संतोष का स्वाद नहीं पा सकते |
संतोष विवेक की कोख से उपजता है | सुख की लालसा में डूबा हुआ मन कभी शांत नहीं रहता, जितना अधिक लालच है उतना ही अधिक दुःख, उतनी ही अधिक परेशानी है |
सुख संतोष में है |
संतोष सात्विक मनोभूमि पर अंकुरित होने वाला सुगंधित-सुरभित पुष्प है | कई आलसी तमोगुणी लोग अपने को संतोषी मान लेने का भ्रम पाल लेते हैं, लेकिन आलस्य अथवा अकर्मण्यता का संतोषपूर्ण जीवन में कोई स्थान नहीं है |
संतुष्ट जीवन तो संपूर्ण कर्मठता लेकिन साथ ही निष्कामता एवं अनासक्ति का पर्याय है |
जो चाहतों, लालसाओं और महत्वाकांक्षाओं का बोझ लादे हुए अहंकार की पथरीली राहों पर दौड़ रहें हैं, वे कभी भी संतोष का स्वाद नहीं पा सकते |
संतोष विवेक की कोख से उपजता है | सुख की लालसा में डूबा हुआ मन कभी शांत नहीं रहता, जितना अधिक लालच है उतना ही अधिक दुःख, उतनी ही अधिक परेशानी है |
सुख संतोष में है |
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