वर्तमान जीवनशैली हमारे जीवन को ऐसी भ्रमित दिशा की ओर ले जा रही है, जिसमे हम स्वयं को ही भूलते जा रहें है, भगवान पर आस्था, स्वयं पर विश्वास ही खत्म होता जा रहा है । ऐसे जीवन को जीने के बाद भगवान को कोसने के अलावा व्यक्ति कुछ नहीं करता । जीवन के सिद्धांतों और कर्म रहस्यों से उसे कोई वास्ता ही नहीं होता ।
सुख-शांति का जीवन जीने के लिए ' आध्यात्मिक जीवन द्रष्टि ' की आवश्यकता है । इसके लिये निरंतर भगवान का स्मरण करना-- स्वभावत: व्यक्ति के लिए संभव नहीं है लेकिन अपनी जीवनशैली को सुधारकर, मन को उच्च उद्देश्यों में लगाकर, सद्गुणों को अपने जीवन में उतार कर, कर्तव्य पालन कर व्यक्ति मानव जीवन के लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है ।
प्राथमिक कक्षा से लेकर उच्चतम कक्षा तक की पढाई पूरी करने के बावजूद इनसान व्यक्तित्व की द्रष्टि से वैसा ही अनगढ़ बना रह जाता है, पी.एच.डी. जैसी उपाधियाँ भी उसे जीवन जीने का सही ढंग नहीं सिखा पातीं । शिक्षा ऐसी हो जो मानवीय हितों को पूरा करे, युवाओं के भीतर अच्छा इनसान बनने की ललक पैदा हो । समाज में श्रेष्ठतम कार्यों के लिए श्रेष्ठतम व्यक्तित्व भी आवश्यक हैं । ऐसे व्यक्ति जहाँ जिस क्षेत्र में होंगे, वहां स्वाभाविक रूप से सकारात्मक परिवर्तन होंगे । देश और दुनिया के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए ऐसे युवाओं की जरुरत है जिनके पास प्रखर विचार, पवित्र भावनाएँ और दृढ़ इच्छाशक्ति हो ।
सुख-शांति का जीवन जीने के लिए ' आध्यात्मिक जीवन द्रष्टि ' की आवश्यकता है । इसके लिये निरंतर भगवान का स्मरण करना-- स्वभावत: व्यक्ति के लिए संभव नहीं है लेकिन अपनी जीवनशैली को सुधारकर, मन को उच्च उद्देश्यों में लगाकर, सद्गुणों को अपने जीवन में उतार कर, कर्तव्य पालन कर व्यक्ति मानव जीवन के लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है ।
प्राथमिक कक्षा से लेकर उच्चतम कक्षा तक की पढाई पूरी करने के बावजूद इनसान व्यक्तित्व की द्रष्टि से वैसा ही अनगढ़ बना रह जाता है, पी.एच.डी. जैसी उपाधियाँ भी उसे जीवन जीने का सही ढंग नहीं सिखा पातीं । शिक्षा ऐसी हो जो मानवीय हितों को पूरा करे, युवाओं के भीतर अच्छा इनसान बनने की ललक पैदा हो । समाज में श्रेष्ठतम कार्यों के लिए श्रेष्ठतम व्यक्तित्व भी आवश्यक हैं । ऐसे व्यक्ति जहाँ जिस क्षेत्र में होंगे, वहां स्वाभाविक रूप से सकारात्मक परिवर्तन होंगे । देश और दुनिया के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए ऐसे युवाओं की जरुरत है जिनके पास प्रखर विचार, पवित्र भावनाएँ और दृढ़ इच्छाशक्ति हो ।
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