' सेवा का मार्ग व्यक्ति को केवल कीर्ति और ख्याति ही प्रदान नहीं करता, सेवा के बदले मिलने वाला संतोष और तृप्ति मनुष्य को एक ऐसे आनंद से भर देता है, जो बड़े-बड़े साम्राज्यों के अधिपति, सम्राटों और करोड़पति धन्ना सेठों के लिए दिवास्वपन है | '
डॉ. क्रिश्चन को देश-विदेश में लोग' क्रिश्चन योगी ' के नाम से जानते थे | उन्होंने इस व्यवसाय के माध्यम से अपनी सेवा-भावना को तृप्त किया | अपने मरीजों के लिए हर समय वे प्रस्तुत रहते थे । महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर के ईसा के सच्चे अनुयायी अपने वेतन में से सामान्य जीवन की आवश्यकता का पैसा अपने पास रखते और शेष कमाई निःस्वार्थ भाव से दीन-दुखियों की सेवा में लगा देते ।
दिन-रात रोगियों की सेवा में लगे रहते हुए भी वे सामाजिक कार्यों में भाग लेते रहते थे । उन्होंने अपने जीवन में नियमित और अनुशासित दिनचर्या को महत्व दिया, एक भी क्षण बरबाद नहीं जाने दिया । सामाजिक कार्यों के लिए उनका समय बंधा हुआ था । वे रोटरी क्लब, मेडिकल एसोसियेशन, मराठवाडा सांस्कृतिक मण्डल, कुष्ठ सेवा समिति, विवेकानंद समिति आदि संस्थाओं के
अध्यक्ष रहे ।
वे सभी धर्मों के प्रति समभाव रखते थे, उन्होंने ' सर्वधर्म समन्वय ज्योति-मन्दिर ' का निर्माण कराया जहां सभी मतों के अनुयायियों के लिए आराधना की व्यवस्था है ।
ईसा को उन्होंने अपने जीवन में जितनी सफलता के साथ अवतरित किया वह अन्य लोगो के लिये अनुकरणीय है ।
डॉ. क्रिश्चन को देश-विदेश में लोग' क्रिश्चन योगी ' के नाम से जानते थे | उन्होंने इस व्यवसाय के माध्यम से अपनी सेवा-भावना को तृप्त किया | अपने मरीजों के लिए हर समय वे प्रस्तुत रहते थे । महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर के ईसा के सच्चे अनुयायी अपने वेतन में से सामान्य जीवन की आवश्यकता का पैसा अपने पास रखते और शेष कमाई निःस्वार्थ भाव से दीन-दुखियों की सेवा में लगा देते ।
दिन-रात रोगियों की सेवा में लगे रहते हुए भी वे सामाजिक कार्यों में भाग लेते रहते थे । उन्होंने अपने जीवन में नियमित और अनुशासित दिनचर्या को महत्व दिया, एक भी क्षण बरबाद नहीं जाने दिया । सामाजिक कार्यों के लिए उनका समय बंधा हुआ था । वे रोटरी क्लब, मेडिकल एसोसियेशन, मराठवाडा सांस्कृतिक मण्डल, कुष्ठ सेवा समिति, विवेकानंद समिति आदि संस्थाओं के
अध्यक्ष रहे ।
वे सभी धर्मों के प्रति समभाव रखते थे, उन्होंने ' सर्वधर्म समन्वय ज्योति-मन्दिर ' का निर्माण कराया जहां सभी मतों के अनुयायियों के लिए आराधना की व्यवस्था है ।
ईसा को उन्होंने अपने जीवन में जितनी सफलता के साथ अवतरित किया वह अन्य लोगो के लिये अनुकरणीय है ।
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