महापुरुष ईसा को काँटों का ताज पहिनाकर ' क्रूस ' ( सूली ) पर लटका देना एक ऐसी घटना थी, जिसकी याद संसार को दो हजार वर्ष बीत जाने पर भी नहीं भूली ।
उन सत्ताधारी किन्तु मूर्ख पुरोहितों तथा शासकों ने अपनी समझ से तो ईसा की उस प्रकार हत्या करके संसार के सामने अपनी शक्ति और अधिकार का प्रदर्शन कर दिया । पर वास्तव में उन्होंने स्वयं कलंक का टीका लगवाकर ईसा को युगों के लिए अमर बना दिया ।
जुदास यों जीसस का शिष्य भले ही था, किन्तु उसे श्रद्धा-विश्वास न था । कहते हैं उसने तीस रूपये के लोभ में आकर भेद खोल दिया और ईसा को पकड़वा दिया । जिस दिन जीसस को सूली पर चढ़ाया जा रहा था, उस दिन जुदास भी उन लाखों की भीड़ में मौजूद था । अन्तिम समय में जो शब्द जीसस के मुँह से निकले कि " परमात्मा इन बेचारे अज्ञानियों को क्षमा करना । इन्हें पता नहीं कि ये क्या कर रहे हैं । " इन शब्दों को सुनकर जुदास की आत्मा काँप गई । उसे ऐसा लगा जैसे उसने कौड़ियों के मोल हीरा गँवा दिया ।
घटना की वास्तविकता का ज्ञान तब हुआ जब दूसरे दिन जुदास ने आत्महत्या कर ली ।
उसे क्या पता था कि तीस रूपये में वह जगत की अमूल्य निधि बेच रहा है ।
इसी प्रकार जब मनुष्य बेईमानी, भ्रष्टाचार और चोरी जैसे कुकृत्य करता है, तो यह भूल जाता है कि वह अपने अन्दर बैठी पवित्र आत्मा को बेच रहा है ।
उन सत्ताधारी किन्तु मूर्ख पुरोहितों तथा शासकों ने अपनी समझ से तो ईसा की उस प्रकार हत्या करके संसार के सामने अपनी शक्ति और अधिकार का प्रदर्शन कर दिया । पर वास्तव में उन्होंने स्वयं कलंक का टीका लगवाकर ईसा को युगों के लिए अमर बना दिया ।
जुदास यों जीसस का शिष्य भले ही था, किन्तु उसे श्रद्धा-विश्वास न था । कहते हैं उसने तीस रूपये के लोभ में आकर भेद खोल दिया और ईसा को पकड़वा दिया । जिस दिन जीसस को सूली पर चढ़ाया जा रहा था, उस दिन जुदास भी उन लाखों की भीड़ में मौजूद था । अन्तिम समय में जो शब्द जीसस के मुँह से निकले कि " परमात्मा इन बेचारे अज्ञानियों को क्षमा करना । इन्हें पता नहीं कि ये क्या कर रहे हैं । " इन शब्दों को सुनकर जुदास की आत्मा काँप गई । उसे ऐसा लगा जैसे उसने कौड़ियों के मोल हीरा गँवा दिया ।
घटना की वास्तविकता का ज्ञान तब हुआ जब दूसरे दिन जुदास ने आत्महत्या कर ली ।
उसे क्या पता था कि तीस रूपये में वह जगत की अमूल्य निधि बेच रहा है ।
इसी प्रकार जब मनुष्य बेईमानी, भ्रष्टाचार और चोरी जैसे कुकृत्य करता है, तो यह भूल जाता है कि वह अपने अन्दर बैठी पवित्र आत्मा को बेच रहा है ।
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