एक व्यक्ति जिसने शिक्षा भी पूरी न पायी हो---- जिसका शरीर भी उसका पूरा साथ नहीं देता हो , अपने संकल्प और परिश्रम के बल पर किस प्रकार अपने ध्येय में सफल हो जाता है स्टीफेन केन उसका एक अनुपम उदाहरण हैं । इनका जन्म न्यूजर्सी न्यूयार्क में 18 7 1 में हुआ था ।
स्टीफेन केन की यह विशेषता थी कि वे जो कुछ लिखते थे वह उनकी गहनतम अनुभूतियों की अभिव्यक्ति होती थी ।
उनका पहला उपन्यास ' मेगी -- ए गर्ल ऑफ द स्ट्रीट ' 1891 में पूरा हो गया । इसमें वैभवशाली अमेरिका-वासियों की उस छटपटाहट का अंकन है जो भौतिक उपलब्धियों के प्राप्त होने के बाद भी बनी रहती है । इस उपन्यास को लोकप्रियता नहीं मिली , भौतिकता प्रेमी समाज से उपेक्षा मिली लेकिन वह निराश नहीं हुए ' उन्होंने पूरे उत्साह और मनोयोग से अपना लेखन -क्रम जारी रखा । और एक दिन उन्होंने ऐसा उपन्यास लिखा जिसने उनका नाम साहि त्य - जगत में चमका दिया इस उपन्यास का नाम है ' ,The Red Badge Of Courage ' --- युद्ध की पृष्ठभूमि पर लिखा गया यह मार्मिक उपन्यास युद्ध के प्रति मनुष्य के मन में तीव्र घ्रणा तो उपजाता ही है साथ ही प्रेम व मानवता का स्वर्गीय सन्देश भी देता है ।
1897 में वे फ्लोरिडा चले गये , वहां उनका जहाज नष्ट हो गया और कुछ यात्रियों के साथ एक खुली नाव में चार दिन बहने के बाद बचाया जा सका । मृत्यु से पूर्व मनुष्य की क्या मन: स्थिति हो जाती है , वह किस प्रकार अपने शुभ कर्मों का स्मरण कर हर्षित तथा दुष्कर्मों को याद कर दुखित होता है । इसका सुन्दर वर्णन उन्होंने इस दुर्घटना का आधार लेकर लिखी ' दि ओपन बोट '
नामक कहानी संग्रह में किया है । यह अंग्रेजी भाषा की छोटी कहानियों की सर्वश्रेष्ठ पुस्तक मानी
जाती है ।
स्टीफेन केन केवल उनतीस वर्ष जिये, उन्हें क्षय रोग हो गया था । उनतीस वर्षों में उन्होंने जो कुछ कर दिखाया वह मनुष्य की संकल्प शक्ति का अनोखा उदाहरण है ।
स्टीफेन केन की यह विशेषता थी कि वे जो कुछ लिखते थे वह उनकी गहनतम अनुभूतियों की अभिव्यक्ति होती थी ।
उनका पहला उपन्यास ' मेगी -- ए गर्ल ऑफ द स्ट्रीट ' 1891 में पूरा हो गया । इसमें वैभवशाली अमेरिका-वासियों की उस छटपटाहट का अंकन है जो भौतिक उपलब्धियों के प्राप्त होने के बाद भी बनी रहती है । इस उपन्यास को लोकप्रियता नहीं मिली , भौतिकता प्रेमी समाज से उपेक्षा मिली लेकिन वह निराश नहीं हुए ' उन्होंने पूरे उत्साह और मनोयोग से अपना लेखन -क्रम जारी रखा । और एक दिन उन्होंने ऐसा उपन्यास लिखा जिसने उनका नाम साहि त्य - जगत में चमका दिया इस उपन्यास का नाम है ' ,The Red Badge Of Courage ' --- युद्ध की पृष्ठभूमि पर लिखा गया यह मार्मिक उपन्यास युद्ध के प्रति मनुष्य के मन में तीव्र घ्रणा तो उपजाता ही है साथ ही प्रेम व मानवता का स्वर्गीय सन्देश भी देता है ।
1897 में वे फ्लोरिडा चले गये , वहां उनका जहाज नष्ट हो गया और कुछ यात्रियों के साथ एक खुली नाव में चार दिन बहने के बाद बचाया जा सका । मृत्यु से पूर्व मनुष्य की क्या मन: स्थिति हो जाती है , वह किस प्रकार अपने शुभ कर्मों का स्मरण कर हर्षित तथा दुष्कर्मों को याद कर दुखित होता है । इसका सुन्दर वर्णन उन्होंने इस दुर्घटना का आधार लेकर लिखी ' दि ओपन बोट '
नामक कहानी संग्रह में किया है । यह अंग्रेजी भाषा की छोटी कहानियों की सर्वश्रेष्ठ पुस्तक मानी
जाती है ।
स्टीफेन केन केवल उनतीस वर्ष जिये, उन्हें क्षय रोग हो गया था । उनतीस वर्षों में उन्होंने जो कुछ कर दिखाया वह मनुष्य की संकल्प शक्ति का अनोखा उदाहरण है ।
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