लिन्डन जानसन का सम्पूर्ण जीवन उन साधनहीन छात्रों के लिए प्रकाश स्तम्भ है जो गरीबी और अभावग्रस्तता का रोना रोकर पढ़ाई बंद कर देते हैं और जीविका के लिए किसी मामूली से कार्य में लगकर जीवन की प्रगति पर विराम लगा देते हैं l
' जो व्यक्ति महत्वाकांक्षी होते हैं , उन्हें जीवन की अनेक कठोर सीढ़ियों से गुजरना पड़ता है और जब अपने उद्देश्य की पूर्ति देख लेते हैं तभी संतोष का अनुभव करते हैं l '
लिंडन जानसन 9 वर्ष की आयु में अपने जन्म स्थान टैक्सास में जूतों पर पॉलिश कर धनोपार्जन किया करते थे । पॉलिश के कार्य के साथ पढ़ाई का कार्य निरंतर चलता रहा । 15 वर्ष की आयु में हाई स्कूल की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली l अब उन्होंने अध्ययन के साथ -साथ कार की धुलाई , एलिवेटर संचालन तथा सड़क निर्माण के कार्य अपने हाथ में लिए |
जानसन प्रत्येक कार्य को ईश्वर का कार्य मानकर बड़ी तन्मयता से करते थे । बी. ए. पास करके वे कुछ समय के लिए अध्यापक हो गये फिर रिचर्ड क्लेबर्ग के सचिव बने । दिन में सचिव का कार्य करते और रात को कानून की शिक्षा ग्रहण करते । इसी तरह धीरे - धीरे प्रगति करते हुए
9 नवम्बर 1960 को अमेरिका के उप राष्ट्रपति बने ।
' जो व्यक्ति महत्वाकांक्षी होते हैं , उन्हें जीवन की अनेक कठोर सीढ़ियों से गुजरना पड़ता है और जब अपने उद्देश्य की पूर्ति देख लेते हैं तभी संतोष का अनुभव करते हैं l '
लिंडन जानसन 9 वर्ष की आयु में अपने जन्म स्थान टैक्सास में जूतों पर पॉलिश कर धनोपार्जन किया करते थे । पॉलिश के कार्य के साथ पढ़ाई का कार्य निरंतर चलता रहा । 15 वर्ष की आयु में हाई स्कूल की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली l अब उन्होंने अध्ययन के साथ -साथ कार की धुलाई , एलिवेटर संचालन तथा सड़क निर्माण के कार्य अपने हाथ में लिए |
जानसन प्रत्येक कार्य को ईश्वर का कार्य मानकर बड़ी तन्मयता से करते थे । बी. ए. पास करके वे कुछ समय के लिए अध्यापक हो गये फिर रिचर्ड क्लेबर्ग के सचिव बने । दिन में सचिव का कार्य करते और रात को कानून की शिक्षा ग्रहण करते । इसी तरह धीरे - धीरे प्रगति करते हुए
9 नवम्बर 1960 को अमेरिका के उप राष्ट्रपति बने ।
No comments:
Post a Comment