भावनाओं तथा विचारों को जाग्रति और प्रसारित करने वाले साधनों में साहित्य का प्रमुख स्थान है । बन्दूक लेकर शत्रुओं को पीछे खदेड़ने वाला तो सैनिक होता है पर सैनिकों में जान फूंक कर , आगे बढ़ाने की प्रेरणा देने वाला , कलम रूपी अस्त्र से पौरुष की आग बरसाने वाला साहित्यकार भी किसी प्रकार सैनिक से कम महत्व का नहीं होता l
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