' उच्च लक्ष्य को सामने रखकर चलने वाले व्यक्ति को किस प्रकार व्यक्तिक लाभ अनायास ही प्राप्त होते जाते हैं इसका अनुपम उदाहरण मोर्स के जीवन में देखने को मिलता है ।
एक साधारण श्रमिक परिवार में जन्म लेने वाला साधारण बालक ' मोर्स ' अपने अंत:करण में उठने वाली सद्प्रेरणाओं का अनुगमन करता हुआ विश्व विख्यात हुआ , उसकी योग्यता को देखते हुए उन्हें अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन का महा निदेशक बनाया गया ।
डेविड मोर्स कहा करते थे ---- जिस प्रकार एक कसाई की दुकान पर काम करने वाले व्यक्ति को अपने उपार्जन के साथ निरन्तर घ्रणा तथा हत्या के घ्रणित व्यापर की नारकीय वेदना भोगनी पड़ती है वैसे ही ओछे लक्ष्य को अपनाकर व्यक्ति को भी कष्ट क्लेश भोगने पड़ते हैं । गुलाब की खेती करने वाला किसान अपने उपार्जन के साथ मनभावन सौरभ भी पाता है तथा चित में प्रसन्नता का अनुभव करता है ---- आम के उपवन का रखवाला जिस प्रकार पके आम मुफ्त में ही खा लेता है वैसे ही मैं भी श्रमिक वर्ग की , जन समाज की सेवा का लक्ष्य चुनकर इस महत्वपूर्ण पद पर पहुँच सका हूँ नहीं तो मैं भी कोलंबिया की उस एसबेस्टस फैक्टरी में काम करते - करते तन मन से जर्जर हो गया होता ।
एक साधारण श्रमिक परिवार में जन्म लेने वाला साधारण बालक ' मोर्स ' अपने अंत:करण में उठने वाली सद्प्रेरणाओं का अनुगमन करता हुआ विश्व विख्यात हुआ , उसकी योग्यता को देखते हुए उन्हें अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन का महा निदेशक बनाया गया ।
डेविड मोर्स कहा करते थे ---- जिस प्रकार एक कसाई की दुकान पर काम करने वाले व्यक्ति को अपने उपार्जन के साथ निरन्तर घ्रणा तथा हत्या के घ्रणित व्यापर की नारकीय वेदना भोगनी पड़ती है वैसे ही ओछे लक्ष्य को अपनाकर व्यक्ति को भी कष्ट क्लेश भोगने पड़ते हैं । गुलाब की खेती करने वाला किसान अपने उपार्जन के साथ मनभावन सौरभ भी पाता है तथा चित में प्रसन्नता का अनुभव करता है ---- आम के उपवन का रखवाला जिस प्रकार पके आम मुफ्त में ही खा लेता है वैसे ही मैं भी श्रमिक वर्ग की , जन समाज की सेवा का लक्ष्य चुनकर इस महत्वपूर्ण पद पर पहुँच सका हूँ नहीं तो मैं भी कोलंबिया की उस एसबेस्टस फैक्टरी में काम करते - करते तन मन से जर्जर हो गया होता ।
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