' आत्म बल संपन्न व्यक्ति अपनी प्रसुप्त शक्तियों को पहचानते , जगाते और आगे बढ़ते चले जाते हैं l ' ब्रिटिश सेनापति नेल्सन की मान्यता थी कि जो व्यक्ति सफलता का दृढ़ निश्चय कर लेता है और पूरे मनोयोग से उसमे जुट जाता है तो वह असफल हो ही नहीं सकता l
विश्व विख्यात ट्रेफलगर के युद्ध में नेल्सन को जहाज के एक पुल पर सबसे खतरनाक जगह तैनात किया गया l फ्रांस और स्पेन दोनों ने मिलकर चढ़ाई कर दी , घमासान युद्ध हुआ l
युद्ध चल रहा था तब उसे आज्ञा दी गई कि उस स्थान पर दुश्मन का आक्रमण होने वाला है , वह स्थान छोड़कर पीछे हट जाओ l लेकिन नेल्सन ने ऐसा करने से इनकार कर दिया l नेल्सन ड्यूटी पर खड़ा था , तभी एक गोली उसको लगी l सिपाही उसे उठाकर पीछे ले जाना चाहते थे पर उसने सोचा कि अन्य सिपाहियों को मेरे मर जाने की सुचना मिली तो उनका उत्साह ठंडा पड़ जायेगा और हार हो जाएगी l उसने कड़ककर कहा ---- जब तक विजय की सूचना नहीं मिलती मैं मुर्दा हो जाऊं तो भी मुझे ऐसे ही खड़ा रहने दिया जाये l और सचमुच एक बार फिर विजय हुई और जब इसकी सूचना उसको मिल गई तभी उसका प्राणांत हुआ l
विश्व विख्यात ट्रेफलगर के युद्ध में नेल्सन को जहाज के एक पुल पर सबसे खतरनाक जगह तैनात किया गया l फ्रांस और स्पेन दोनों ने मिलकर चढ़ाई कर दी , घमासान युद्ध हुआ l
युद्ध चल रहा था तब उसे आज्ञा दी गई कि उस स्थान पर दुश्मन का आक्रमण होने वाला है , वह स्थान छोड़कर पीछे हट जाओ l लेकिन नेल्सन ने ऐसा करने से इनकार कर दिया l नेल्सन ड्यूटी पर खड़ा था , तभी एक गोली उसको लगी l सिपाही उसे उठाकर पीछे ले जाना चाहते थे पर उसने सोचा कि अन्य सिपाहियों को मेरे मर जाने की सुचना मिली तो उनका उत्साह ठंडा पड़ जायेगा और हार हो जाएगी l उसने कड़ककर कहा ---- जब तक विजय की सूचना नहीं मिलती मैं मुर्दा हो जाऊं तो भी मुझे ऐसे ही खड़ा रहने दिया जाये l और सचमुच एक बार फिर विजय हुई और जब इसकी सूचना उसको मिल गई तभी उसका प्राणांत हुआ l
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