इनसान में से अपने को भगवान घोषित करते अनेक देखे और सुने गये हैं , पर ऐसा कदाचित ही हुआ हो कि भगवान ने अपना ईश्वरीय चोला उतार फेंका हो और मात्र इनसान रह गये हों l
थियोसोफिकल सोसायटी ने जे. कृष्णमूर्ति को नया मसीहा घोषित किया था l उनके अनेक भक्त बन गए l
एक दिन हेम्पशायर के वुक्स वुड पार्क में अपने भाषण में सच्चाई दुनिया को बता दी l उन्होंने कहा ----- "न तो मैं मसीहा हूँ , न कोई विचित्र व्यक्ति l दूसरों की तरह मैं एक साधारण आदमी हूँ l मुझसे किसी चमत्कार की आशाएं कोई न करे l ' हर मनुष्य अपने विचारों और कार्यों से ही उठ या गिर सकता है l जो उठा है अपने ही कर्मों या पुरुषार्थ से उठा है l जो गिरा है , उसे अपने ही कर्मों ने गिराया है l दूसरे किसी को सलाह भर दे सकते हैं , पर ऐसा नहीं हो सकता , कि अपने बूते किसी का उद्धार करें l आप में से जो ऊँचा उठना चाहते हों या उद्धार के इच्छुक हों , अपने ही प्रयास - पुरुषार्थ की ओर देखें , अन्य किसी से आशा न करें l मेरे सम्बन्ध में किसी भ्रम में न रहें l मैं भगवान नहीं , मात्र इनसान हूँ l
थियोसोफिकल सोसायटी ने जे. कृष्णमूर्ति को नया मसीहा घोषित किया था l उनके अनेक भक्त बन गए l
एक दिन हेम्पशायर के वुक्स वुड पार्क में अपने भाषण में सच्चाई दुनिया को बता दी l उन्होंने कहा ----- "न तो मैं मसीहा हूँ , न कोई विचित्र व्यक्ति l दूसरों की तरह मैं एक साधारण आदमी हूँ l मुझसे किसी चमत्कार की आशाएं कोई न करे l ' हर मनुष्य अपने विचारों और कार्यों से ही उठ या गिर सकता है l जो उठा है अपने ही कर्मों या पुरुषार्थ से उठा है l जो गिरा है , उसे अपने ही कर्मों ने गिराया है l दूसरे किसी को सलाह भर दे सकते हैं , पर ऐसा नहीं हो सकता , कि अपने बूते किसी का उद्धार करें l आप में से जो ऊँचा उठना चाहते हों या उद्धार के इच्छुक हों , अपने ही प्रयास - पुरुषार्थ की ओर देखें , अन्य किसी से आशा न करें l मेरे सम्बन्ध में किसी भ्रम में न रहें l मैं भगवान नहीं , मात्र इनसान हूँ l
No comments:
Post a Comment