जो लोग वर्तमान में ही भविष्य की तैयारी नहीं करते वे अदूरदर्शी होते हैं और एक तरह से जीवन - पथ पर असफलता के बीज बोने जैसी भूल करते हैं l समय रहते पहले से तैयारी कर लेने पर निर्धारित योजनाओं में सौभाग्य का समावेश होना स्वाभाविक ही होता है l असफलता तो उन अदूरदर्शी व्यक्तियों को मिलती है जो तैयारी के समय आलस्य और उपेक्षा में पड़े सपने देखा करते हैं और कर्तव्य काल में व्यस्तता , व्यग्रता , त्वरा और अव्यवस्था के शिकार बनकर शक्ति तथा संतुलन को जीर्ण - शीर्ण करते रहने विवश होते हैं l
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