' सहारा कान्क्वेस्ट ' नामक ग्रन्थ के लेखक सेंटवार्व बेकर ने सहारा रेगिस्तान की 20 लाख वर्गमील भूमि के सम्बन्ध में लम्बा और गहरा सर्वेक्षण कर के लिखा है कि यह क्षेत्र किसी समय बहुत ही हरा - भरा था , पर लोगों ने नासमझी से उसे उजाड़ दिया l प्रतिवर्ष लगभग 30 वर्ग किलोमीटर हरी - भरी जमीन उस रेगिस्तान की चपेट में आकर सदा - सर्वदा के लिए मृतक बन जाती है l
जिस देश के लोग जागरूक हो गए वे अपने क्षेत्र के रेगिस्तानी भाग को हरा - भरा बनाते हैं जैसे इजराइल के लोगों ने अपने क्षेत्र के दो -तिहाई रेगिस्तानी भाग को हरा - भरा बनाने का संकल्प लिया और 10 करोड़ से भी ज्यादा नए पौधे लगाये l
द्वितीय महायुद्ध के बाद एक बार अमेरिका के राष्ट्रपति रूजवेल्ट हवाई जहाज से मिस्र की भूमि से गुजरे l उन्होंने लेबनान के इतिहास प्रसिद्ध ' सिडार ' के वन्य प्रदेश की बड़ी प्रशंसा सुनी थी , जब नीचे झांक कर देखा तो नंगे पहाड़ खड़े हैं , मुश्किल से दस - बीस वृक्ष दीख रहे थे l इसकी विस्तृत जानकारी प्राप्त करने पर उन्हें बहुत दुःख हुआ l उनके आदेश पर राष्ट्र संघ पर अमेरिकी प्रतिनिधियों ने दबाव डाला कि विश्व खाद्य और कृषि संगठन में वन - संपदा के संरक्षण को भी महत्वपूर्ण स्थान मिलना चाहिए l यह प्रयास सफल रहा और राष्ट्र संघ द्वारा किये जाने वाले प्रयत्नों के अंतर्गत एक बड़ी आर्थिक सहायता देकर लेबनान में नए सिरे से ' सिडार वन ' लगाये गए और हजारों एकड़ भूमि फिर से हरी - भरी बनाई गई l
विशेषज्ञों का कहना है ----- यदि हम वन - संपदा को गँवा देंगे तो फिर शुद्ध सांस का अभाव इतना जटिल हो जायेगा कि उसका समाधान अन्य किसी उपाय से संभव न हो सकेगा l '
जिस देश के लोग जागरूक हो गए वे अपने क्षेत्र के रेगिस्तानी भाग को हरा - भरा बनाते हैं जैसे इजराइल के लोगों ने अपने क्षेत्र के दो -तिहाई रेगिस्तानी भाग को हरा - भरा बनाने का संकल्प लिया और 10 करोड़ से भी ज्यादा नए पौधे लगाये l
द्वितीय महायुद्ध के बाद एक बार अमेरिका के राष्ट्रपति रूजवेल्ट हवाई जहाज से मिस्र की भूमि से गुजरे l उन्होंने लेबनान के इतिहास प्रसिद्ध ' सिडार ' के वन्य प्रदेश की बड़ी प्रशंसा सुनी थी , जब नीचे झांक कर देखा तो नंगे पहाड़ खड़े हैं , मुश्किल से दस - बीस वृक्ष दीख रहे थे l इसकी विस्तृत जानकारी प्राप्त करने पर उन्हें बहुत दुःख हुआ l उनके आदेश पर राष्ट्र संघ पर अमेरिकी प्रतिनिधियों ने दबाव डाला कि विश्व खाद्य और कृषि संगठन में वन - संपदा के संरक्षण को भी महत्वपूर्ण स्थान मिलना चाहिए l यह प्रयास सफल रहा और राष्ट्र संघ द्वारा किये जाने वाले प्रयत्नों के अंतर्गत एक बड़ी आर्थिक सहायता देकर लेबनान में नए सिरे से ' सिडार वन ' लगाये गए और हजारों एकड़ भूमि फिर से हरी - भरी बनाई गई l
विशेषज्ञों का कहना है ----- यदि हम वन - संपदा को गँवा देंगे तो फिर शुद्ध सांस का अभाव इतना जटिल हो जायेगा कि उसका समाधान अन्य किसी उपाय से संभव न हो सकेगा l '
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