इस संसार में एक ही धर्म के लोगों के बीच भयानक उपद्रव , हिंसा एवं युद्धों का लम्बा इतिहास रहा है l महाभारत में दोनों पक्ष के योद्धा एक ही धर्म को मानने वाले थे और एक ही परिवार के थे l अनेक यूरोपियन युद्धों में दोनों पक्ष के लोग ईसाई थे l शिया और सुन्नी आपस में लड़ते हैं l इसे इकाई स्तर पर देखें तो एक ही परिवार में भाई - भाई में सम्पति के लिए झगड़ा होता है , मुकदमेबाजी और हत्या तक हो जाती है l विभिन्न निजी और सरकारी संस्थानों में देखें तो एक ही धर्म के लोग होंगे , तब भी कोई किसी का हक़ छीनेगा, किसी को उत्पीडित करेंगे , षड्यंत्र रचकर मुसीबत में डालेंगे l किसी परिवार में कोई महिला के पति की आकस्मिक मृत्यु हो जाये तो उसी के घर के सदस्य जो उसी जाति व धर्म के हैं उसकी सम्पति हड़प लेंगे , उसे अति का कष्ट देंगे l
मनुष्य की दूसरों पर हुकूमत चलाने की , उन्हें नीचा दिखाने की प्रवृति शुरू से रही है क्योंकि इससे उनके अहंकार का पोषण होता है l इसी कारण समाज में दंगे और अशांति होती है l
मनुष्य की दूसरों पर हुकूमत चलाने की , उन्हें नीचा दिखाने की प्रवृति शुरू से रही है क्योंकि इससे उनके अहंकार का पोषण होता है l इसी कारण समाज में दंगे और अशांति होती है l
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