' धर्म हमें त्याग और तपस्या का पाठ पढ़ाता है l धर्म उस संवेदनशीलता का पर्याय है , जिसमे हम दूसरों के सुख - दुःख , कष्ट - कठिनाइयों का अनुभव करते हैं l '
एक व्यक्ति प्रतिदिन महात्मा बुद्ध के प्रवचन सुनने जाता था l उसका यह क्रम एक माह तक चला , लेकिन उसके जीवन पर कोई प्रभाव न पड़ा l एक दिन उसने परेशान होकर भगवन बुद्ध से कहा ---- " भगवन ! मैं एक माह से आपका प्रवचन सुन रहा हूँ , परन्तु मुझे अपने जीवन में कोई अंतर दिखाई नहीं पड़ा l "
बुद्ध बोले ----- " ज्ञान को आचरण में लाए बिना व्यक्तित्व का रूपांतरण असंभव है l जो सुनते हो उसे अपने जीवन में धारण करो , तभी परिवर्तन दिखाई पड़ेगा l "
एक व्यक्ति प्रतिदिन महात्मा बुद्ध के प्रवचन सुनने जाता था l उसका यह क्रम एक माह तक चला , लेकिन उसके जीवन पर कोई प्रभाव न पड़ा l एक दिन उसने परेशान होकर भगवन बुद्ध से कहा ---- " भगवन ! मैं एक माह से आपका प्रवचन सुन रहा हूँ , परन्तु मुझे अपने जीवन में कोई अंतर दिखाई नहीं पड़ा l "
बुद्ध बोले ----- " ज्ञान को आचरण में लाए बिना व्यक्तित्व का रूपांतरण असंभव है l जो सुनते हो उसे अपने जीवन में धारण करो , तभी परिवर्तन दिखाई पड़ेगा l "
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