11 July 2020

WISDOM ------

  जार्ज  बर्नार्ड शा   को  जीवन  में  नव  - पथ  पर  चलने  की  आदत  थी   ,  व्यापारी  के  साधारण   पुत्र   थे   और  साहित्यिक  जगत  में  उच्च  सम्मान  पाया  l  उनकी  महान  साहित्यिक  सेवाओं   के  उपलक्ष्य  में   उनको  ' लार्ड '  की  पदवी    देने  का  प्रस्ताव  किया   तो   उन्होंने  उसे     सधन्यवाद   वापस  कर  दिया  l
      बर्नार्ड  शा  स्वयं  अपनी    आलोचना  करने  में  पीछे  नहीं  हटते   थे  l  उन्होंने  आरंभिक  अवस्था  में  तीन  उपन्यास  लिखे  l   आगे  चलकर  स्वयं  ही  उनकी  बड़ी  खिल्ली  उड़ाई  l   उन्होंने  लिखा  कि   मेरी  पहली  कहानी  तो  इतनी  घटिया  थी  कि   उसे  चूहों  ने  भी  कुतरने  से  इन्कार   कर  दिया  l
  बर्नार्ड  शा  ने  नाटक  लिखे ,  उनका  एक  नाटक  था  ' मिसेज  वारेन्स   प्रोफेशन ' ( श्रीमती वारिन का पेशा )   इसमें  समाज  में  फैली  दुष्प्रवृतियों  पर  आक्रमण  किया  गया  l  इसमें  दिखलाया  गया  कि   जो  लोग  समाज  में   ऊपर  से  ' सज्जन '  और  ' सभ्य '  बने  रहते  हैं  ,  उनमे  से  कितनों  का  ही   भीतरी  जीवन  कैसा  पतित  होता  है   l   यह  रचना  प्रकाशित  होते  ही  अश्लील  बताकर  जब्त  कर  ली  गई   थी  l   पर  1924  में  इस  पर  से  निषेधता  हटा  ली  गई   और  अब  इसे  अश्लील  के  बजाय   सच्चरित्रता  की   शिक्षा  देने  वाला  माना  जाता  है  l
 इसकी  मुख्य  शिक्षा   यही  है   कि ---- मनुष्य  जैसा  विश्वास   रखता  हो   वैसा  ही  जीवन   उसे व्यतीत  करना   चाहिए  l   दुरंगा  व्यक्तित्व  रखना  नीचता  का  लक्षण  है  l  

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