3 September 2020

WISDOM ----- कर्मफल

  असुर  कठोर  तप  कर  के   अपनी  मृत्यु  को  असंभव  बना  देने  वाले  वरदान  मांगते  हैं   l   ये  इन्हे  मिल  भी  जाते  हैं  l   फिर  सही  समय  पर , सही``  स्था`न   में   उनकी  मृत्यु --- उन्ही  के  बताए   रास्ते  के  अनुसार   उन्हें  खोज  लेती  है   l   उनके  वरदान  के  अनुसार  ही  प्रकृति  उनकी  मृत्यु  का  स्वरुप  व  स्थान  तय  करती  है  l   मृत्यु  से  बचने  का  कोई  प्रयास  उनके    काम  नहीं  आता  l  पं. श्रीराम  शर्मा  आचार्य जी  ने  लिखा  है ---- ' जब  किसी  स्थान  में  कोई   किसी  कर्म  को  संपन्न  करता  है   तो  तत्काल  प्रकृति   इसके  परिणाम  देने  की  व्यवस्था  करने  लगती  है  l   परिणाम    का  स्थान  व  समय  काल  निश्चित  करता  है  l   शुभ  कर्म  नियत  स्थान  और  निश्चित  समय  पर  शुभ  फल  देता  है    और  अशुभ  कर्म  अशुभ  फल  देता  है  l 

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