जीवन जीने की इच्छा कितनी ही प्रबल क्यों न हो , मृत्यु से बचा नहीं जा सकता l सत्य यही है कि जिसने जन्म लिया है , उसका मरण सुनिश्चित है l अपनी सुरक्षा के लिए राजा - महाराजाओं ने कितने मजबूत किले बनवाए l वे किले तो अभी तक हैं , लेकिन उनमें रहने वाले नहीं बचे l इसलिए ऋषियों का कहना है कि जो निश्चित है उससे भयभीत न हो , जो जीवन हमारे हाथ में है उसे सार्थक करने का प्रयास करें l ' जब आया था इस दुनिया में , सब हँसते थे तू रोता था l अब ऐसी करनी कर जग में , सभी रोयें , तू हँसता जा l '
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